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क्या है ‘द साबरमती रिपोर्ट’ में जो पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह कर रहे हैं तारीफ, क्यों फिल्म पर गरमाई है सियासत?

Dayitva Media SABARMATI REPORT
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– विकास मिश्र

हाईलाइट्स

  • मध्य प्रदेश में ‘द साबरमती रिपोर्ट’ हुई टैक्स फ्री
  • गोधरा हत्याकांड पर बनी फिल्म को लेकर बीजेपी ने चलाई मुहिम
  • फिल्म को मिली मोदी की तारीफ कांग्रेस को रास नहीं आई

‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ के बाद अब सिल्वर स्क्रीन से लेकर सियासत तक गूंज रही है फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से लेकर बीजेपी के दिग्गज नेता फिल्म की तारीफों के पुल बांध रहे हैं। फिल्म पर सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी खेमा जहां फिल्म को देखने की मुहिम चला रहा है, वहीं विपक्ष बैकफुट पर है। फिल्म पर सवाल उठा रहा है। फिल्म पर कैसे हो रही है सियासत, ये हम आपको बताएंगे, लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि इस फिल्म में आखिर है क्या..?

क्या है ‘द साबरमती रिपोर्ट’ में..?

‘द साबरमती रिपोर्ट’ पिछले हफ्ते शुक्रवार यानी 15 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। इस फिल्म का निर्देशन धीरज सरना ने किया है और मुख्य भूमिका में हैं विक्रांत मैसी, रिद्धि डोगरा और राशि खन्ना। फिल्म की थीम 27 फरवरी 2002 को गुजरात के गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस में हुआ अग्निकांड है, जिसमें अयोध्या से गोधरा लौट रहे 59 निर्दोष लोगों को जिंदा जला दिया गया था। इसके बाद गुजरात में बड़े पैमाने पर दंगे हुए थे। आखिर क्या था गोधरा कांड का सच..? यह फिल्म इसकी पड़ताल करती है। इसमें हिंदी और अंग्रेजी की पत्रकारिता की गहरी खाई सामने आती है। फिल्म के नायक हिंदी पत्रकार समर कुमार और अंग्रेजी की पत्रकार मनिका राजपुरोहित के बीच सच्चाई को लेकर एक जंग होती है और झूठ के आगे सच्चाई हार मान लेती है। साबरमती एक्सप्रेस में लगाई आग को लेकर हादसे का नैरेटिव चलाया जाता है और वो काम कर जाता है।

हिंदी का पत्रकार समर कुमार सच्चाई को सामने लाने का प्रण कर लेता है। सच्चाई की इस जंग में नायक बर्बादी की कगार पर पहुंच जाता है और आखिरकार 5 साल बाद आता है वो मौका, जब सारी सच्चाई देश के सामने आती है।

खराब रिव्यूज के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर फिल्म हिट

आज के 11-12 साल पहले अगर ये फिल्म बनी होती तो समीक्षक आसमान ही सर पर उठा लेते। क्योंकि फिल्म समीक्षकों की नजर में ये वर्जित विषय पर बनी फिल्म होती, लेकिन आज माहौल बदल चुका है। ‘द साबरमती रिपोर्ट’ रिलीज हुई तो वामपंथी खेमे में खलबली मच गई। वामपंथ की ओर झुके अखबारों, वेबसाइट्स ने इसे प्रोपेगैंडा फिल्म करार दिया। द हिंदू ने इस फिल्म को 2 स्टार दिए तो इंडियन एक्सप्रेस ने 1.5 स्टार। ऐसा भी नहीं है कि ये फिल्म फिल्मी मानकों पर बिल्कुल खरी उतरती हो। कहानी और ट्रीटमेंट में झोल है, फिर भी बॉक्स ऑफिस में फिल्म खूब कमाई कर रही है। पिछले कुछ वर्षों में कई चर्चित और सुपरहिट फिल्म देने वाले हीरो विक्रांत मैसी की दमदार एक्टिंग देखने भी सिनेमाप्रेमी सिनेमाघरों तक पहुंच रहे हैं।

‘द साबरमती रिपोर्ट’ पर सियासत की क्रोनोलॉजी

‘द साबरमती रिपोर्ट’ 15 नवंबर को रिलीज हुई थी। आलोक भट्ट नाम के एक यूजर ने इस फिल्म का ट्रेलर अपने कमेंट के साथ 17 नवंबर को एक्स पर पोस्ट किया था। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल से रीपोस्ट किया। पीएम मोदी ने लिखा- ‘ये अच्छी बात है कि ये सच सामने आ रहा है और वो भी एक ऐसे तरीके से जिससे आम लोग इसे देख सकें। एक फेक नैरेटिव कुछ समय तक ही चल सकता है। आखिरकार सच्चाई हमेशा सामने आती है।’ यहां हम आपको बता दें कि जब गुजरात में गोधरा कांड हुआ था, तब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

मोदी के रीपोस्ट के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने भी फिल्म पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स पर रीपोस्ट में लिखा- ‘कोई भी ताकतवर इको सिस्टम चाहे कितनी भी कोशिश कर ले, वह सच्चाई को हमेशा के लिए अंधेरे में छिपाकर नहीं रख सकता। फिल्म साबरमती रिपोर्ट अद्वितीय साहस के साथ इको सिस्टम को चुनौती देती है और उस भयावह घटना के पीछे की सच्चाई को दिन के उजाले में उजागर करती है।’

इसके बाद बीजेपी खेमा ‘द साबरमती रिपोर्ट’ के बखान में जुट गया। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पटना में फिल्म का प्रीमियर देखा। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में कहा- ‘द साबरमती रिपोर्ट में पूरी सच्चाई दिखाई गई है। किस तरह गुजरात के उस समय के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को फंसाने का काम किया गया? गुजरात सरकार को बदनाम करने के लिए सब खेल खेला गया।’

मध्य प्रदेश में ‘द साबरमती रिपोर्ट’ हुई टैक्स फ्री

फिल्म की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करें और बीजेपी खेमे में प्रतिक्रिया न हो, ऐसा कैसे हो सकता है। सबसे पहले बाजी मारी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने। उन्होंने एक झटके में ‘द साबरमती रिपोर्ट’ को मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री कर दिया। उन्होंने सभी सांसदों और विधायकों से भी कहा है कि वे फिल्म देखने जरूर जाएं। जिस तरह से मध्य प्रदेश में फिल्म टैक्स फ्री हुई है, उससे साफ है कि बीजेपी शासित कुछ और प्रदेशों में भी फिल्म टैक्स फ्री की जाएगी। अगला नंबर उत्तर प्रदेश भी हो सकता है, फिल्म के हीरो विक्रांत मैसी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी की है।

कांग्रेस को रास नहीं आई ‘द साबरमती रिपोर्ट’

‘द साबरमती रिपोर्ट’ पर सियासत गरम हुई तो विपक्ष ने भी कमर कस ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा- ‘कभी कोई फिल्म आती है जो एक पक्ष या न्यूट्रल पक्ष की बात करती है तो प्रधानमंत्री उस पर कुछ नहीं बोलते, अगर कोई फिल्म आती है, जिस पर उनके रुख की बात होती है, उनके पक्ष की बात होती है तो वह उसकी हिमायत करते हैं, उसकी तारीफ करते हैं।’

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा- ‘ जिन लोगों को भड़काकर, हिंदू भाइयों को भड़काकर ये जुल्म किया, वो आज किस हालत में है, ये पता लगाइए। इसकी जगह जंगल सत्याग्रह पर एक फिल्म बनी है। वो फिल्म देखनी चाहिए उसे टैक्स फ्री करने के लिए सरकार से हमारी मांग है।

कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने फिल्म पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा- ‘ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने फ़िल्म टैक्स फ्री कर दी है। क्या वो भूल गए कि अटल जी ने मोदी को राजधर्म के पालन की नसीहत दी थी।’

सियासत के चौसर पर ‘द साबरमती स्टोरी’

‘द साबरमती स्टोरी’ पर राजनीति अभी थमने वाली नहीं है, इस राजनीति ने फिल्म को खूब प्रचार दिया है, जिसका असर उसकी कमाई पर भी पड़ा है। पहले दिन फिल्म ने सिर्फ 1.41 करोड़ रुपये की कमाई की थी, लेकिन पिछले चार दिनों में फिल्म ने 7.5 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है। जैसे जैसे चर्चा बढ़ रही है, दर्शक सिनेमाघरों का रुख कर रहे हैं ।

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