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– गोपाल शुक्ल
म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के… हिन्दी फिल्म दंगल का ये डायलॉग इस समय हिन्दुस्तान समेत पूरी दुनिया की जुबान पर तैर रहा है। और तैरे भी क्यों नहीं, महिला हॉकी में ताकत बन चुकी चीन की टीम को बिहार के राजगीर स्टेडियम में पटखनी देकर भारतीय महिला टीम लगातार दूसरी बार एशिया की नंबर एक हॉकी टीम बन गई।
तीसरी बार भारतीय महिला हॉकी टीम चैंपियन बनी
एशियाई महिला हॉकी चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में सलीमा टेटे की अगुवाई में टीम ने चीन की पटखनी दी और टूर्नामेंट की ट्रॉफी पर अपना कब्जा बरकरार रखा। ये तीसरा मौका है जब भारतीय टीम ने इस चैंपियनशिप में अपना परचम लहराया और इसके साथ ही भारतीय टीम ने इस खिताबी जीत में अब दक्षिण कोरिया की बराबरी भी कर ली। क्योंकि इससे पहले केवल दक्षिण कोरिया की ही टीम ऐसी थी जो तीन बार ये चैंपियनशिप जीत चुकी है।
बिहार के राजगीर में चक दे इंडिया
बिहार के राजगीर में पहली बार महिला हॉकी चैंपियनशिप आयोजित की गई। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारतीय महिला टीम ने तिरंगा लहरा दिया। फाइनल में भारतीय टीम ने पूरी तरह से खेल को अपने कब्जे में रखा और आखिर में नतीजा 1-0 से अपने हक में करके चीन को मायूस वापस लौटने को मजबूर कर दिया।
नीले मैदान पर उजली जर्सी का कमाल
नीले मैदान पर उजली जर्सी खेल के पूरे समय छाई रही। ज्यादातर समय गेंद भारतीय खिलाड़ियों की स्टिक से चिपकी रही। खेल पर पूरी तरह से उनका नियंत्रण रहा। केवल चीन की टीम इतना जरूर करने में कामयाब रही कि भारतीय खिलाड़ियों को अपने पाले में धंसकर गोल करने से रोके रखा। अलबत्ता ज्यादातर वक्त में तो भारतीय खिलाड़ी अपनी स्टिक के जादू से चीन के खिलाड़ियों को चकमा देती रहीं और इधर उधर दौड़ाती रहीं।
चीन ने की थी आक्रामक शुरुआत
पहले क्वार्टर में चीन ने तेजी से आक्रामक करने की रणनीति से खेलना शुरू किया। हालांकि जल्दी ही भारतीय टीम अटैकिंग पोजीशन ले ली। इसके बाद तो भारतीय लड़कियों ने चीनी खिलाड़ियों को मैदान पर नचाना शुरू किया। लीग स्टेज की गलतियों से सीखते हुए चीनी टीम ने अलग रणनीत अख्तियार की थी। लेकिन भारतीय टीम की तैयारी पक्की थी। उसे पता था कि चीन ऐसी ही कोशिश करेगी। पहले क्वार्टर में भारत की लड़कियों ने चीन के डी में एंट्री करने की पूरी कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सकीं। लिहाजा पहला क्वार्टर गोलरहित समाप्त हुआ। दूसरे क्वार्टर में चीन ने अटैक किया, लेकिन भारतीय डिफेंस ने उन्हें करारा जवाब दिया।
भारतीय गोलकीपर ने चीन के हमले को नाकाम किया
चीन ने 18वें मिनट में सर्कल एंट्री करते हुए अपना पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। जुएलिंग जेंग ने ड्रैगफ्लिक लिया, लेकिन भारतीय डिफेंस ने रोक दिया और उसे रिबाउंड पर एक और मौका मिला, लेकिन इस बार गोलकीपर बिचू देवी ने डाइविंग करके उसे बचा लिया। भारतीय गोलकीपर ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। 19वें मिनट में डेंग किउचन को पीला कार्ड मिला और भारत ने पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया।
दीपिका का बेहतरीन गोल
भारत को तीन बैक-टू-बैक पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन एक भी फायदा नहीं उठा सकीं। हाफ टाइम तक भारत और चीन एक भी गोल नहीं कर सके और स्कोर शून्य रहा। 31वें मिनट में भारत के लिए पहला गोल आया। सलीमा टेटे के बेहतरीन इंजेक्टर किया और दीपिका ने धैर्य दिखाते हुए बेहतरीन गोल दागा।
दो गोल करने में चूकी भारतीय टीम
भारत की स्टार दीपिका को 41वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक मिला। हालांकि, चाइनीज गोलकीपर ली टिंग ने शानदार डाइव से भारत को 2-0 की बढ़त लेने से रोक दिया। स्ट्रोक मिस करने के बाद दीपिका निराश दिखीं। 48वें मिनट में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला। मगर यहां भी भारतीय खिलाड़ी चूक गईं।
दीपिका ने दागे सबसे ज्यादा 11 गोल
हालांकि चीन को दो ऐसे मौके मिले जब वो गोल दागने के बेहद नजदीक पहुँचती दिखाई पड़ रही थीं। जब भारतीय रक्षा पंक्ति में सेंध लगाने में कामयाब रहीं, लेकिन गोली की समझदारी ने चीनी खिलाड़ियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। फाइनल मैच में एकमात्र गोल करने वाली दीपिका ने पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 11 गोल किए
पूरे टूर्नामेंट में भारत का दबदबा
भारतीय हॉकी टीम ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान ही अपना दबदबा बनाए रखा। उसका खेल देखकर ऐसा लग रहा था कि मानों वो वहीं से खेलना शुरू कर रही है जहां से उसने पिछला मैच छोड़ा। ACT चैंपियनशिप के सेमी फाइनल में भारतीय टीम ने जापान को 2-0 से हराया था.। भारत ने तीसरी बार 2016, 2023, 2024 में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया।
प्रधानमंत्री ने दी टीम को बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एशियाई महिला हॉकी चैंपियनशिप जीतने पर टीम को बधाई दी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय महिला हॉकी टीम को जीत पर बधाई देते हुए इनाम देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि टीम के सभी सदस्य खिलाड़ियों को 10-10 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। मुख्य कोच को भी 10 लाख रुपये का इनाम मिलेगा। भारतीय टीम के अन्य सभी सदस्यों को पांच-पांच लाख रुपये पुरस्कार के तौर पर दिए जाएंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी भारतीय टीम को जीत पर बधाई दी है।