#अर्थ जगत

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में तेज गिरावट, 50 दिन में करीब 18 बिलियन डॉलर कम हुए, रुपया और पतला हुआ

Dayitva Media Currency-1
Getting your Trinity Audio player ready...

– गोपाल शुक्ल:

विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी मुल्क की अर्थ व्यवस्था को नापने का थर्मामीटर है। 15 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में भारत की अर्थव्यवस्था का पारा थोड़ा गिरता दिखाई पड़ा। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में करीब 18 बिलियन डॉलर की गिरावट देखी गई है। बीते 50 दिनों यानी 7 हफ्तों में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 47 अरब डॉलर की गिरावट देखने को मिल चुकी है। जबकि इसके ठीक उलट पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में 29 बिलियन डॉलर का इजाफा देखने को मिला।

लगातार 7 हफ्ते से गिरावट

भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों पर नज़र डालें तो भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में करीब 18 बिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की गई है। आरबीआई ने बताया है कि 15 नवंबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 17.761 अरब अमेरिकी डॉलर घटकर 657.892 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया। विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार 7वें हफ्ते में गिरावट देखने को मिली है। 8 नवंबर को समाप्त पिछले रिपोर्टिंग सप्ताह में, कुल भंडार 6.477 बिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 675.653 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। जबकि सितंबर के अंत में भारत का फॉरेक्स रिजर्व 704.885 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया था।

गोल्ड रिजर्व में भी गिरावट

शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार सप्ताह के दौरान सोने का भंडार 2.068 बिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 65.746 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। देश के शीर्ष बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 94 मिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 18.064 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गए। शीर्ष बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि IMF के साथ भारत की आरक्षित स्थिति भी 51 मिलियन अमेरिकी डॉलर कम होकर 4.247 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई।

चार महीने का सबसे निचला स्तर

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार का यह चार महीने का सबसे निचला स्तर है। 1998 के बाद यह एक सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में ये सबसे बड़ी गिरावट है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अमेरिकी चुनाव के नतीजों के बाद डॉलर के मजबूत होने और रुपए की गिरावट को सीमित करने के लिए ही केंद्रीय बैंक को अपने भंडार से बिक्री करनी पड़ी जिसकी वजह से विदेशी मुद्रा भंडार में यह गिरावट दर्ज की गई है।

रुपये आपने सबसे निचले स्तर पर पहुँचा

शुक्रवार को भारतीय रुपया अपने अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया। हालांकि शाम तक रुपये के मूल्य में कुछ संशोधन हुआ और 6 पैसे की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई लेकिन बाजार बंद होते समय रुपये 84.44 प्रति डॉलर पर था। इससे पहले गुरुवार को रुपये में 8 पैसे गिरावट की गिरावट आई थी और यह 84.5 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। यह रुपये का अब तक सबसे निचला स्तर है। बाजार पर नज़र रखने वालों का कहना है कि इक्विटी मार्केट में विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली की वजह से रुपया कमजोर हो रहा है।

पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में इजाफा

पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) के विदेशी मुद्रा भंडार में 29 मिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई है> बैंक ने कहा कि 15 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान बैंक का कुल विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 11.3 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। एसबीपी ने कहा कि कमर्शियल बैंकों का रखा गया शुद्ध विदेशी भंडार लगभग 4.7 बिलियन डॉलर था। दक्षिण एशियाई देश का कुल तरल विदेशी भंडार लगभग 16 बिलियन डॉलर था।

Author

  • गोपाल शुक्ल - दायित्व मीडिया

    जुर्म, गुनाह, वारदात और हादसों की ख़बरों को फुरसत से चीड़-फाड़ करना मेरी अब आदत का हिस्सा है। खबर का पोस्टमॉर्टम करने का शौक भी है और रिसर्च करना मेरी फितरत। खबरों की दुनिया में उठना बैठना तो पिछले 34 सालों से चल रहा है। अखबार की पत्रकारिता करता था तो दैनिक जागरण और अमर उजाला से जुड़ा। जब टीवी की पत्रकारिता में आया तो आजतक यानी सबसे तेज चैनल से अपनी इस नई पारी को शुरु किया। फिर टीवी चैनलों में घूमने का एक छोटा सा सिलसिला बना। आजतक के बाद ज़ी न्यूज, उसके बाद फिर आजतक, वहां से नेटवर्क 18 और फिर वहां से लौटकर आजतक लौटा। कानपुर की पैदाइश और लखनऊ की परवरिश की वजह से फितरतन थोड़ा बेबाक और बेलौस भी हूं। खेल से पत्रकारिता का सिलसिला शुरू हुआ था लेकिन अब तमाम विषयों को छूना और फिर उस पर खबर लिखना शौक बन चुका है। मौजूदा वक्त में DAYITVA के सफर पर हूं बतौर Editor एक जिम्मेदारी का अहसास है।

    View all posts

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *