Getting your Trinity Audio player ready...
|
– श्यामदत्त चतुर्वेदी
भारतीय रेल सिर्फ एक परिवहन माध्यम नहीं है, बल्कि यह भारत की आत्मा है। यह देश के कोने-कोने को जोड़ने वाली कड़ी है। आज भारतीय रेल नई तकनीक और आधुनिक सुविधाओं के साथ लगातार नए मुकाम हासिल कर रही है। भारतीय रेल न केवल यात्रियों की जरूरतों को पूरा कर रही है, बल्कि देश के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। रेलवे विकास की इसी रफ्तार में श्रीनगर को देश की राजधानी नई दिल्ली से सीधी रेल सेवा से जोड़ने का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है। यानी अब आप जल्द ही दिल्ली से श्रीनगर की यात्रा कर पाएंगे।
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में प्राकृतिक बाधाएं और तकनीकी चुनौतियां सामने आईं। 272 किमी लंबे रूट में से 97% ट्रैक या तो सुरंगों से या फिर पुलों से गुजरता है। रियासी और रामबन जैसे पहाड़ी इलाकों में निर्माण कार्य बेहद कठिन रहा।
प्रोजेक्ट की प्रमुख उपलब्धियां
इस महत्वाकांक्षी रेल प्रोजेक्ट का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और नए साल की शुरुआत में राजधानी एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों के इस रूट पर दौड़ने की संभावना है। इसमें कई बड़ी परियोजनाएं थीं, जिन्हें पूरा करने में भारी धन और मनोबल लगा है। आइए जानते हैं इस प्रोजेक्ट के मुख्य पहलुओं के बारे में
टी-1 सुरंग की सफलता: कटरा से बनिहाल के बीच 111 किमी लंबे रेल मार्ग में 3.2 किमी की टी-1 सुरंग का निर्माण विदेशी विशेषज्ञों की मदद से किया गया
चिनाब ब्रिज का निर्माण: दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब ब्रिज का हिस्सा भी इस प्रोजेक्ट में शामिल है। 359 मीटर ऊंचा यह पुल एफिल टावर से 35 मीटर ऊंचा है।
छह बड़ी परियोजनाओं का समापन:
– बारामुला-काजीगुंड (118 किमी, 2009)
– काजीगुंड-बनिहाल (18 किमी, 2013)
– उधमपुर-कटरा (25 किमी, 2014)
– बनिहाल-संगलदान (48 किमी, फरवरी 2024)
– संगलदान-रियासी (46 किमी, जून 2024)
– रियासी-कटरा (17 किमी, 2024)
नए रूट पर परिचालन की तैयारी
– सीआरएस इंस्पेक्शन: 5 जनवरी को रियासी-कटरा रूट पर कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (CRS) निरीक्षण करेंगे
– सुरक्षा प्राथमिकता: किसी भी कमी को तुरंत सुधारने और जांच पूरी होने के बाद ही परिचालन शुरू होगा
– यात्रा सुगमता: श्रीनगर के यात्री अब फ्लाइट की महंगी यात्रा के बजाय किफायती रेल सेवा का लाभ उठा सकेंगे
वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन
कटरा से श्रीनगर तक रेल कनेक्टिविटी पूरी होने के बाद इस रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की योजना है। हल्की और तेज गति वाली यह ट्रेन यात्रियों को तेज, आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी। इस रूट पर राजधानी चलाने की भी चर्चा हो रही है।
नए साल में रेल सेवा का शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक परियोजना का उद्घाटन गणतंत्र दिवस के आसपास कर सकते हैं। इस परियोजना से न केवल श्रीनगर और नई दिल्ली जुड़ेंगे, बल्कि पूरे देश में कश्मीर को रेल संपर्क से जोड़ने की दिशा में यह बड़ा कदम होगा। इससे जम्मू-कश्मीर में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे राज्य की आर्थिक तरक्की होगी। वहीं फ्लाइट की तुलना में सस्ती और सुगम यात्रा का विकल्प होगा।
नई दिल्ली से श्रीनगर तक सीधी रेल सेवा का शुभारंभ एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। यह प्रोजेक्ट न केवल कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे श्रीनगर भारत हर कोने से सीधे जुड़ जाएगा।