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– साहिल सिंह:
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे सियासी घमासान पर विराम लग चुका है। लगभग 10 दिन से चल रही राज्य के मुख्यमंत्री पद पर खींचतान खथ्म हो गई। बीजेपी विधायक दल की बैठक में देवेंद्र फडणवीस के नाम का चुनाव हो चुका है। फडणवीस राज्य में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद संभालेंगे। पहली बार 2014 में 5 साल के लिए मुख्यमंत्री बने उसके बाद 2019 में 80 घंटे के लिए और अब तीसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज होंगे देवेंद्र फडणवीस। सूबे के नए मुख्यमंत्री पद के लिए फडणवीस 5 दिसंबर को शपथ लेंगे।
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के बाद महायुति गठबंधन ने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी। महायुति गठबंधन में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। राज्य की 288 विधानसभा सीट में बीजेपी ने 132 सीटों पर जीत दर्ज की। साथ ही उनके साथी शिवसेना (शिंदे गुट) ने 57 और एनसीपी (अजित पवार) ने 41 सीटें जीतीं। वहीं दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शिवसेना(उद्धव गुट) ने 20 सीटें जीती और कांग्रेस को सिर्फ 16 सीटें मिली तो NCP(SP) ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की, समाजवादी पार्टी भी 2 सीट जीतने कामयाब रही।
देवेंद्र फडणवीस का निजी जीवन
देवेंद्र फडणवीस का जन्म 22 जुलाई 1970 को नागपुर के ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता गंगाधरराव फडणवीस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जनसंघ के कार्यकर्ता रहे हैं। पिता गंगाधरराव सियासत से भी दूर नहीं थे, वह विधान परिषद के सदस्य रह चुके थे। माता सरिता फडणवीस अमरावती के कालोटी परिवार से है और पहले विदर्भ हाउसिंग क्रेडिट सोसाइटी के निदेशक के रूप में काम कर चुकी हैं। साल 2006 में देवेंद्र फडणवीस की अमृता रानाडे से शादी हुई। रानडे एक गैर राजनीतिक परिवार की पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखती हैं। उसके पिता माता नागपुर में डॉक्टर हैं। देवेंद्र फडणवीस और अमृता की एक बेटी है, उसका नाम दिविजा फडणवीस है।
देवेंद्र फडणवीस की शिक्षा
देवेंद्र फडणवीस की शुरुआती शिक्षा नागपुर से ही हुई थी। बाद में उन्होंने साल 1992 में नागपुर यूनिवर्सिटी से लॉ (LLB) की डिग्री हासिल की। उन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की है। देवेंद्र फडणवीस डीएसई बर्लिन से मेथड एंड टेक्निक्स ऑफ प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में डिप्लोमा भी कर चुके हैं।
इंदिरा गांधी का विरोध था मन में
युवा देवेंद्र का नाम शुरू में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर बने नागपुर के इंदिरा कॉन्वेंट स्कूल में लिखवाया गया था। कुछ वर्षों के बाद देश ने इंदिरा गांधी के शासनकाल में लगाए गए आपातकाल के बुरे दौर को झेला। जब देश भर में विरोधी तानेओं को जेल में डाला गया तो उनमें से एक देवेंद्र के पिता गंगाधर राव भी थे जिन्हें लंबे समय तक जेल में रखा गया। इस घटना से देवेंद्र के मन में विद्रोह की भावना पैदा हो गई और उन्होंने उस स्कूल में जाने से इनकार कर दिया जिसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर रखा गया था।
पॉलिटिकल करियर
22 साल की उम्र में देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर से पार्षद का चुनाव जीता। जिसके बाद उन्होंने साल 1997 में नागपुर नगर पालिका का मेयर चुनाव जीता। महज 27 उम्र में देवेंद्र मेयर बन गए। इसके दो साल बाद ही उनकी किस्मत चमकी और वह साल 1999 में बीजेपी के टिकट पर नागपुर से विधायक चुने गए। इसके बाद उनका कद महाराष्ट्र बीजेपी में बढ़ता गया। उन्हें साल 2013 में बीजेपी ने महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष के रूप में चुना और उनके नेतृत्व में साल 2014 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ा गया। इस चुनाव में बीजेपी को भारी जीत हासिल हुई। फडणवीस ने 2014 में पहली बार CM पद की शपथ ली और अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा किया। साल 2019 में विधानसभा चुनाव के बाद देवेंद्र फडणवीस 80 घंटे के लिए CM पद की शपथ ली थी। उसके बाद उनकी सरकार अल्पमत में आ गई। जिसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा था “मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा”। बाद में उनकी बात सच साबित हुई और वह तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं।