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सुधर रहे हैं हालात! EPFO में बढ़ी युवाओं की संख्या, जानें इसके फायदे और क्रेज की वजह

Dayitva Media PF EPFO Craze
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– श्यामदत्त चतुर्वेदी:

सालों पहले आई मूवी Peepli Live का गाना ‘सखी सैंया तो बहुत कमात है महंगाई डायन खाए जात है’ आपने तो जरूर सुना होगा। इस गाने के बोल देश के हर नौकरी पेश मिडिल क्लास के हालात से मैच करते हैं। इससे बचने के लिए ही लोग कमाई के दूसरे जरिए तलाशते हैं या फिर बचत के उपायों पर काम करते हैं। नौकरी करने वाले लोगों के लिए इसी बचत और भविष्य की सुरक्षा का सबसे आसान तरीका है ईपीएफओ (Employees Provident Fund Organisation) की PF स्कीम जिसमें हर महीने एक निश्चित राशि भविष्य के लिए जमा हो जाती है। इस पर सरकार बढ़िया ब्याज भी देती है। इसी कारण PF जमा कराने वाले और EPFO से जुड़ने वाले युवाओं की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। आइये जानें PF क्या होता है और इसमें युवाओं की संख्या क्यों बढ़ रही है?

EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत काम करता है। संगठन सरकारी और निजी क्षेत्र की कंपनियों के जरिए कर्मचारियों के सैलरी का एक निश्चित हिस्सा जमा कराता है जिसे PF कहते हैं। इसमें कर्मचारी से लिए जाने वाले हिस्से के बराबर ही कंपनी को जमा करना पड़ता है। इसमें सरकार सालाना दर पर ब्याज देती है। आइये जानें PF के बारे में सारी डिटेल…

युवाओं में बढ़ा क्रेज

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने कर्मचारियों के भुगतान संबंधी पे-रोल डाटा जारी किया है। इसमें सामने आया है कि संगठन से 18.81 लाख सदस्य जुड़े हैं सितंबर 2023 की तुलना में यह 9.33% की वृद्धि है। अकेले सितंबर 2024 में करीब 9 लाख 47 हजार नए मेंबर जुड़े। यह संख्या सालभर पहले से 6.22% अधिक है। सबसे खास और बड़ी बात कि इसमें ज्यादातर सदस्य 18 से 25 की आयु वर्ग के हैं। यानी युवाओं में इसका क्रेज बढ़ा है। महिलाओं की संख्या में भी 9.11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

संख्या बढ़ने का कारण

माना जा रहा है कि रोजगार के अवसरों, कर्मचारियों को मिलने वाले लाभों की बढ़ती जानकारी और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की सफल आउटरीच पहल के कारण नए सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। ईपीएफओ का प्रभावी आउटरीच बढ़े रोजगार के अवसर और कर्मचारियों को मिलने वाले लाभों के प्रति जागरूकता भी दिखाता है।

दोबारा आने वालों की संख्या भी बढ़ी

पे-रोल आंकड़ों से पता चलता है कि EPFO से बाहर निकले लगभग 14.10 लाख सदस्य इसमें दोबारा शामिल हुए हैं। सितंबर 2023 की तुलना में यह 18.19 प्रतिशत की वृद्धि है। ये सदस्य नौकरी बदलने के बाद ईपीएफओ के दायरे के प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हुए हैं या फिर किसी कारण से नौकरी खोने या छोड़ने के बाद से उनको फिर से नौकरी मिली है। इसी कारण उन्होंने अपने PF के पैसों का निपटारा करने की जगह ट्रांसफर करना चुना है।

क्या है EPFO?

भारत के संविधान में इस बात का जिक्र है कि राज्य, बेरोजगारी, बुढ़ापे, बीमारी, अयोग्यता और आर्थिक संकट जैसी स्थितियों में सहायता देने के लिए प्रभावी प्रावधान करेगा। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) का गठन किया गया। इसे कर्मचारी भविष्य निधि अध्यादेश- 1951 के माध्यम से अस्तित्व में लाया गया। बाद में 1952 का कर्मचारी भविष्य निधि अधिनियम आया। इसके बाद इसे EPFO कहा जाने लगा। इसका उद्देश्य फैक्ट्रियों और अन्य संस्थानों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भविष्य निधि प्रदान करना था। इसके जरिए 3 योजनाओं का प्रबंधन किया जाता है। जो अलग-अलग समय में जुड़ी हैं।

  • कर्मचारी भविष्य निधि योजना, 1952 (EPF)
  • कर्मचारी पेंशन योजना, 1995 (EPS)
  • कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना, 1976 (EDLI)

PF जमा कराने के क्या लाभ होते हैं?

EPFO में PF के रूप में जमा की गई राशि पर केंद्र सरकार ब्याज भी देती है। वर्तमान में ईपीएफ पर 8.25% ब्याज दर लागू है। यह ब्याज साल के अंत में खाते में जमा किया जाता है। इसे हर साल के बजट में घटाया या बढ़ाया जा सकता है। हालांकि आमतौर पर इसमें बढ़ोतरी ही हुई है। जानकारी के लिए बता दें PF में जमा राशि का ब्याज समेत कुछ हिस्सा अलग-अलग कारणों से निकाला भी जा सकता है।

  • भविष्य के लिए बचत: यह योजना दीर्घकालिक बचत को प्रोत्साहित करती है।
  • सुविधाजनक कटौतियां: मासिक वेतन से स्वचलित कटौती के माध्यम से निवेश किया जाता है।
  • आपातकालीन वित्तीय सहायता: आपात स्थितियों में यह योजना आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
  • सेवानिवृत्ति के लिए बचत: यह सेवानिवृत्ति के बाद आरामदायक जीवन सुनिश्चित करती है।

EPFO सुरक्षा का आधार

EPFO केवल एक प्रशासनिक संस्था नहीं है। यह लाखों कर्मचारियों के लिए सामाजिक सुरक्षा का एक मजबूत आधार भी है। आधुनिक डिजिटल सेवाओं और पारदर्शिता के साथ, यह भविष्य निधि प्रणाली को और अधिक प्रभावी बना रहा है। इस कारण भी युवाओं का रुझान अन्य तरह से बचत करने के साथ ही PF के जरिए एक सुरक्षित बचत करने की ओर बढ़ रहा है।

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