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– साहिल सिंह:
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 21 नवंबर से हिंदुत्व की एकता के लिए पदयात्रा शुरू कर चुके हैं। यह पदयात्रा करीब 160 किमी की है। यह पदयात्रा बागेश्वर धाम से ओरछा तक जाएगी। इस पदयात्रा में शामिल होने के लिए बुधवार रात को देश के अलग- अलग हिस्सों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। बाबा ने 20 नवंबर की रात श्रद्धालुओं को संबोधित किया। बाबा ने कहा- ‘बजरंगबली के भक्तों की भक्ति का यह उबाल है, यह हिंदुओं की जागृति का उबाल है। हमें बजरंगबली की कृपा पर भरोसा है. आज हमें हिंदुओं पर भी भरोसा बढ़ रहा है”। पदयात्रा की शुरुआत में बाबा ने हुंकार भरते हुए कहा-‘हमें छेड़ोगे तो हम छोड़ेंगे नहीं।’
कौन हैं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर बाबा
बाबा बागेश्वर धाम उर्फ पंडित धीरेंद्र शास्त्री या पर्चा वाले बाबा या बालाजी महाराज किस नाम से बुलाया जाए इन्हें। इनका पूरा नाम दस्तावेज के अनुसार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री है। धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गढ़ा गांव के सरकारी स्कूल से की, फिर इन्होंने बीए की डिग्री ली। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दादाजी पंडित भगवान दास गर्ग ने चित्रकूट के निर्मोही अखाड़े से दीक्षा प्राप्त की थी। उन्होंने बागेश्वर धाम का जीर्णोद्धार कराया था।
परिचय
पूरा नाम- धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
प्रसिद्ध नाम – बालाजी महाराज, बाबा बागेश्वर धाम
जन्म तिथि व स्थान- 4 जुलाई 1996, गढ़ा गांव, जिला- छतरपुर, मध्य प्रदेश
दादाजी का नाम- भगवान दास गर्ग
पिता का नाम- रामकृपाल गर्ग
माता का नाम- सरोज गर्ग
भाई-बहन- भाई शालिग्राम गर्ग और बहन रीता गर्ग
पेशा- कथा वाचक, सनातन धर्म प्रचारक, दिव्य दरबार, यूट्यूब चैनल
गुरु का नाम- जगद्गुरु रामभद्राचार्य
बाबा बागेश्वर धाम क्यों हैं इतने वायरल?
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मूल रूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। कहा जाता है कि बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री को हनुमान जी के साक्षात दर्शन हुए हैं। अपने चमत्कार के कारण महाराज धीरेंद्र शास्त्री दुनियाभर में जाने जाते हैं। वह अपने भक्तों की समस्याओं का समाधान पर्ची द्वारा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त बागेश्वर धाम में अर्जी लगाता है, उसकी सभी समस्याओं को उपाय धीरेंद्र शास्त्री एक कागज में लिखकर बताते हैं। इसलिए इन्हें पर्चा बाबा के नाम से भी जाना जाता है।
बाबा की पदयात्रा का शेड्यूल
बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हिंदू एकता पदयात्रा की शुरुआत आज बागेश्वर धाम से हुई है। यह यात्रा 160 किमी लंबी होगी। 21 नवंबर को बागेश्वर धाम से इसकी शुरुआत होने के बाद 29 नवंबर को ओरछा में समाप्त होगी। पहले दिन पदयात्रा 15 किलोमीटर चलेगी और कदारी में रात्रि विश्राम होगा। दूसरे दिन में बाबा 17 किलोमीटर चलेंगे और पेप्टेक टाउन में आराम करेंगे। तीसरे दिन के लिए 21 किलोमीटर और नौगांव में विश्राम। चौथे दिन 22 किलोमीटर और देवरी रेस्ट हाउस में विश्राम, पांचवें दिन 22 किमी यात्रा और मऊरानी में रात्रि विश्राम, छठे दिन 17 किमी यात्रा और घुघसी में रात्रि विश्राम, सातवें दिन 17 किमी की यात्रा बाद निवाड़ी में आराम, 28 नवंबर को 15.5 किमी की यात्री तय कर ओरछा के तिगैला में विश्राम और 29 नवंबर को यह यात्रा ओरछा पहुंचेगी।
बाबा हमेशा रहे है चर्चा में
बिहार के गया में बाबा बागेश्वर धाम का एक बयान काफी विवाद में रहा है। प्रवचन के दौरान बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सनातन धर्म के प्रति लोगों के नजरिए पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि सनातनी अक्सर अपने संतों और मंदिरों का मजाक उड़ाते हैं, जबकि अन्य धर्मों के लोग ऐसा नहीं करते। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि वे कभी भी अपने मौलवियों की बेइज्जती नहीं करते, जबकि सनातनी ऐसा करते हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने एक विवादित बयान में कहा, “अगर हवस का पुजारी हो सकता है तो हवस का मौलवी क्यों नहीं हो सकता?” उनके इस बयान ने विवाद खड़ा कर दिया।