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ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया का विजयी रथ रोकने के लिए कंगारुओं का बड़ा दांव, भारत के ‘सीक्रेट प्लान’ पर है पैनी नजर

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– गोपाल शुक्ला

टीम इंडिया एक दशक से ऑस्ट्रेलिया से क्रिकेट टेस्ट सीरीज नहीं हारी। यह बात भारत भी जानता है और ऑस्ट्रेलिया के सारे धुरंधर भी। तभी तो इस बार ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया के चक्रवर्ती रथ को रोकने के लिए जो दांव चला वो गौरतलब है। टीम इंडिया पूरे 36 सालों के बाद ऑस्ट्रेलिया में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने पहुँची है। यानी मुकाबला लंबा भी होगा और थका देने वाला भी।

बीते कई सालों से ये देखा जा रहा है कि क्रिकेट के मैदान पर दोनों टीमों के आमने सामने उतरने से बहुत पहले ही भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला शुरू हो जाता है। ये मुकाबला मुंह जुबानी होता है। इसमें आंकड़ों की बाजीगरी होती है और इतिहास के पन्नों से झांकती मनपसंद इबारतें। इस पर्दे के पीछे वाली जंग का असर कई बार मैदान पर भी पड़ता है, लेकिन बीते दस सालों में टीम इंडिया ने हर सूरत में इन सारे बैरियों को एक साथ शिकस्त दी है।

बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर भारत का पलड़ा भारी

वैसे तो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1947 से टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। दोनों टीमों के बीच 1996 तक 50 टेस्ट मैच खेले गए थे। लेकिन 1996 में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट क्रिकेट सीरीज का नाम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी कर दिया गया। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अभी तक 16 टेस्ट सीरीज खेली जा चुकी है। भारत ने इसमें से 10 टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की है। जबकि  ऑस्ट्रेलिया को 5 टेस्ट सीरीज में जीत नसीब हुई है। इसके अलावा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक टेस्ट सीरीज ड्रॉ पर खत्म हुई। टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया की धरती पर पिछली दो सीरीज जीती हैं। भारत ने 2018-19 और 2020-21 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचा था। भारत ने दोनों ही मौकों पर कंगारू टीम को 2-1 से मात दी थी। अब 22 नवंबर को एक बार फिर दोनों टीमों के बीच पर्थ के नए नवेले स्टेडियम में मुकाबले का बिगुल फूंका जाएगा और दोनों टीमें अपने-अपने दांव और साख को लेकर कौशल और किस्मत के सिक्के को उछालने मैदान में उतरेंगी।

पर्थ में शुरू की टीम इंडिया ने तैयारी

क्रिकेट के मैदान पर टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया आमने सामने हों और उसको लेकर कोई बतकही न हो…फिलहाल हालिया अतीत इसकी इजाजत नहीं देता। टीम इंडिया इस समय कप्तान रोहित शर्मा के बिना ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है। पर्थ के नए ऑप्टस स्टेडियम की तेज उछाल वाली पिच पर ऑस्ट्रेलिया की टीम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का इम्तिहान लेने के लिए अपने तरकश के सभी तीरों को और पैना करने में लगी हुई है। टीम इंडिया ने पर्थ के पुराने क्रिकेट स्टेडियम वाका में अपना डेरा डाला है, और कंगारुओं के सबसे घातक हथियार यानी उछाल भरती तेज गेंदों का सामना करने के लिए अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने का इरादा किया है।

मैदान के बाहर बातों की बाउंड्री

लेकिन बात बतकही से शुरू हुई थी। तो टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया आते ही मैदान के बाहर मीडिया के साथ साथ ऑस्ट्रेलिया के पुराने धुरंधरों ने बातों से बाउंड्री पार करनी शुरू कर दी है।  ऐसा इसलिए ताकि टीम इंडिया को जज़्बाती तौर पर भड़काकर उसका मनोबल कमजोर किया जा सके। वर्ना ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट से जुड़े तमाम लोग ये बात अच्छी तरह जानते हैं कि टीम इंडिया का एक भी खिलाड़ी अगर अपनी असली फॉर्म में आ गया तो वो अकेले ही ऑस्ट्रेलियाई टीम पर भारी पड़ सकता है।

चैलेंज का ऑस्ट्रेलियाई तरीका

जरा ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट से जुड़े लोगों की बातें और चैलेंज की एक बानगी देख लीजिए। वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के मुख्य क्यूरेटर इसाक मैकडॉनल्ड ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ से कहा, ‘यह ऑस्ट्रेलिया है, यहां पर्थ है… और इस बार मैंने काफी अच्छी रफ्तार और अच्छी उछाल की तैयारी की है।’यानी क्यूरेटर की बातों पर यकीन किया जाए तो पर्थ के इस नए ऑप्टस स्टेडियम पर ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया के तगड़े और चुनौतीपूर्ण स्वागत की अच्छी खासी तैयारी कर ली है।  मैकडॉनल्ड कहते हैं कि वह पिच पर थोड़ी घास छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं। उन्होंने कहा, 10 मिली की घास पर मुकाबला अच्छा रहेगा। पिछले साल के हालातों को देखते हुए 10 मिमी वाली घास के साथ टीम इंडिया का श्रीगणेश कराने की तैयारी की गई है। पिच पर घास का मतलब है, स्पीड। ऑस्ट्रेलिया इस दांव को पिछले साल आजमा भी चुका है जब ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान की टीमें आमने सामने थीं। दोनों के पास तेज धारदार गेंदबाजी है और दोनों थे भी काफी तेज। लिहाजा उसी उम्मीद ने मैकडॉनल्ड और इस साल भी ऐसा ही उम्मीद है, इस बार भी ये दांव चल जाएगा और पाकिस्तान की तरह टीम इंडिया को वो अर्दब में ले लेंगे। अब जरा इस बात पर भी गौर कीजिए।

टीम इंडिया के खिलाफ शुरू हुआ माइंडगेम

सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा गार्डों ने भारत की तैयारियों को देखने से रोकने के लिए वाका स्टेडियम में नेट के बाहरी हिस्से को ढक दिया था। दावा किया गया है कि WACA में काम करने वाले मजदूरों और श्रमिकों को ईमेल के जरिए यह निर्देश दिए गए हैं कि ब्रेक के दौरान टीम इंडिया को फोटो लेने या नेट प्रैक्टिस के दौरान उसे देखने की अनुमति नहीं है।

भारत की टीम ऑस्ट्रेलियाई टीम
रोहित शर्मा (कप्तान) पैट कमिंस (कप्तान)
जसप्रीत बुमराह (उप-कप्तान)स्कॉट बोलैंड
यशस्वी जयसवाल एलेक्स कैरी
अभिमन्यु ईश्वरन जोश हेजलवुड
शुभमन गिल ट्रैविस हेड
विराट कोहली जोश इंग्लिस
केएल राहुल उस्मान ख्वाजा
ऋषभ पंत मार्नस लाबुशेन
सरफराज खान नाथन लियोन
ध्रुव जुरेल मिच मार्श
रविचंद्रन अश्विन नाथन मैकस्वीनी
रविंद्र जडेजा स्टीव स्मिथ
मोहम्मद सिराज मिशेल स्टार्क
आकाश दीप
प्रसिद्ध कृष्णा
हर्षित राणा
नीतीश कुमार रेड्डी
वाशिंगटन सुंदर।

इस पर अपने जमाने के जाने माने विकेट कीपर इयान हीली ने कहा, ‘अगर आप मीडिया के सामने आते हैं और ऑस्ट्रेलियाई जनता और यहां मौजूद कई भारतीयों से मिलते हैं तो यह एक बहुत ही खुशहाल दौरे की ओर ले जाता है। भारत ने खुद को बंद क्यों रखा, इसके और भी कई कारण हैं, हम कल्पना भी नहीं कर सकते कि उन्हें दिन-रात भीड़ से जूझना पड़ता है।’ यानी टीम इंडिया के खिलाफ माइंडगेम शुरू हो चुका है।

भारतीय टीम की सीक्रेट तैयारी

चारों तरफ इसी बात की चर्चा हो रही है कि टीम इंडिया पर्थ में टेस्ट मैच में उतरने से पहले ऑस्ट्रेलिया की उछाल वाली पिच पर तेज गेंदबाजी का मुकाबला करने के लिए अपनी सीक्रेट तैयारी कर रही है। भारतीय टीम मैनेजमेंट और वाका मैनेजमेंट ने परदे के पीछे प्रैक्टिस की वजह अभी तक साफ नहीं की है। हालांकि माना यही जा रहा है कि दर्शकों से ध्यान ना भटके, इसलिए यह इंतजाम किया गया है।

22 नवंबर को टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया की टीम पहला टेस्ट मैच खेलने के लिए उतरेंगी। पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में भारत को पहली जीत की तलाश है। जबकि सिडनी में दोनों टीम ने पिछले तीनों टेस्ट ड्रॉ ही खेले। टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले 10 साल से कोई टेस्ट सीरीज भी नहीं हारी। इस बीच टीम इंडिया ने चार सीरीज 2-1 के अंतर से जीतीं। दो अपने भारत में और दो ऑस्ट्रेलिया में।

टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के पांचों प्रमुख टेस्ट स्टेडियमों पर मैच खेलेगा। 2018 से इन्हीं मैदानों पर भारत ने कम से कम एक मैच तो खेल ही चुका है।

भारत-ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट टेस्ट मैच कार्यक्रम-

पहला टेस्ट- 22-26 नवंबर- पर्थ ऑप्टस स्टेडियम

दूसरा टेस्ट- 6-10 दिसंबर- एडिलेड ओवल

तीसरा टेस्ट-14-18 दिसंबर- ब्रिस्बेन, द गाबा

चौथा टेस्ट- 26-30 दिसंबर- मेलबर्न, एमसीजी

पांचवां टेस्ट- 3-7 जनवरी 2025- सिडनी, सिडनी क्रिकेट ग्राउंड

भारत के लिए किला बने ऑस्ट्रेलिया के मैदान

मुंबई में बॉलीवुड के भाईजान यानी दबंग खान उर्फ सलमान खान को मिली जान से मारने की धमकी ने केवल फिल्म इंडस्ट्री को ही नहीं झकझोरा, बल्कि देश भर में एक बार फिर गैंग्स और पंजाब की सियासी परतों को उधेड़कर रख दिया है।

ऑप्टस स्टेडियम, पर्थ- इसे ऑस्ट्रेलिया का नया किला कहा जाता है। यहां 22 नवंबर को सीरीज का पहला मैच होगा। वैसे तो पर्थ में क्रिकेट के दो स्टेडियम हैं। एक मशहूर WACA ग्राउंड और दूसरा ऑप्टस स्टेडियम। वाका में 2017 तक टेस्ट मैच खेले जाते रहे। लेकिन 2018 से ऑस्ट्रेलिया ने ऑप्टस स्टेडियम को नया टेस्ट क्रिकेट स्टेडियम बना लिया। यहां पहला मैच भारत ने ही खेला था, तब विराट कोहली के बेहतरीन शतक के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को जीत मिली थी।

पर्थ में ऑस्ट्रेलिया ने अब तक 4 टेस्ट खेले और चारों जीते। हर बार टीम ने पहले बैटिंग की और बड़ा स्कोर बनाकर जीत की राह पकड़ी। क्रिकेट देखने और जानने वाले जानते हैं की पर्थ पेस बॉलरों के लिए स्वर्ग है। विकेट पर घास होती है जिससे स्पीड और उछाल को ज्यादा मदद मिलती है।

एडिलेड ओवल- ऑस्ट्रेलिया के इस स्टेडियम की यादें भारत के लिए अच्छी नहीं हैं। आखिरी टेस्ट में टीम इंडिया 36 रन पर सिमट गई थी जो कि टेस्ट क्रिकेट में भारत का इतिहास में सबसे कम स्कोर था। एडिलेड स्टेडियम का नाम विराट कोहली की कप्तानी के पदार्पण के साथ जोड़ा जाता है। यहां 2014 में उन्होंने दोनों पारियों में सेंचुरी लगाई थी, लेकिन 2020 में टीम इंडिया कोहली की कप्तानी में ही 36 रन पर ऑलआउट हो गई। जो टेस्ट में भारत का सबसे छोटा स्कोर है, यह एक डे-नाइट टेस्ट था। टीम अब फिर इस मैदान पर 6 दिसंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट ही खेलेगी।

सबसे गौर करने वाली बात यही है कि एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया ने यहां एक भी डे-नाइट टेस्ट नहीं गंवाया। 2018 से टीम ने यहां कुल 6 टेस्ट खेले, टीम को 5 में जीत मिली, जबकि इकलौती हार भारत के खिलाफ 2018 में ही आई। यहां पहले बैटिंग करने वाली टीमों ने 4 और पहले बॉलिंग करने वाली टीमों ने 2 टेस्ट जीते। भारत ने यहां 2018 से 2 टेस्ट खेले, 1 जीता और 1 हारा।

द गाबा, ब्रिसबेन- ब्रिसबेन का द गाबा स्टेडियम 2020 तक ऑस्ट्रेलिया के लिए किला कहलाता था। मेजबान टीम को यहां 1988 से किसी भी टेस्ट में हार नहीं मिली थी। 2021 में फिर भारत ने यहां 3 विकेट से टेस्ट जीतकर सीरीज अपने नाम की थी। भारत के बाद इसी साल कंगारू टीम को वेस्टइंडीज ने भी हरा दिया। इस मैदान पर अब तक मेजबान टीम दो टेस्ट मैच हार चुकी है।

ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया ने 2018 से अब तक 6 टेस्ट मैच खेले, 4 जीते जबकि 2 हारे। यहां हमेशा ही टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी ही करती है। लेकिन भारत के लिए यहां मौजूदा टीम के ऋषभ पंत, शुभमन गिल और वॉशिंगटन सुंदर फिफ्टी लगा चुके हैं।

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड- दुनिया का ये सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम अब बीते 12 सालों टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए किला बनता जा रहा है। यहां टीम इंडिया 2012 के बाद से कोई टेस्ट मैच नहीं हारी। टीम इंडिया ने इस दौरान यहां तीन टेस्ट खेले, 2 जीते और 1 ड्रॉ कराया। दोनों जीत पिछले 2 दौरों पर आईं। ऑस्ट्रेलिया ने यहां 2018 से 6 टेस्ट खेले, चार जीते और 2 गंवाए। पहले बैटिंग करने वाली टीमों को भी तीन बार और पहले बॉलिंग करने वाली टीमों को भी तीन बार ही जीत मिल चुकी है। भारत ने यहां पिछला मैच पहले बॉलिंग करते हुए जीता था, तब अंजिक्य रहाणे ने सेंचुरी लगाई थी, वहीं जसप्रीत बुमराह ने 6 विकेट लिए थे। मेलबर्न में विराट कोहली 52.66 की औसत से 316 रन बना चुके हैं। उनके नाम यहां एक शतक भी है। ऑस्ट्रेलिया से स्टीव स्मिथ यहां 11 टेस्ट में 1093 रन बना चुके हैं।

सिडनी क्रिकेट ग्राउंड- ये ऑस्ट्रेलिया का इकलौता क्रिकेट मैदान है जिसे आधा भारतीय मैदान भी कहा जा सकता है। क्योंकि यहां का विकेट हमेशा ही स्पिनरों का मददगार रहता है। आमतौर पर ऑस्ट्रेलिया दौरे में स्पिनरों को पूरे टाइम बैंच पर ही बैठना पड़ जाता है लेकिन सिडनी में मैच का मतलब स्पिनर खिलाड़ियों की बल्ले बल्ले। सिडनी की पिच ऑस्ट्रेलिया की बाकी पिचों से अलग है, यहां पेस के मुकाबले स्पिन को ज्यादा मदद मिलती है। भारत यहां 3 जनवरी से सीरीज का आखिरी मैच खेलेगा। इस दौरान सिडनी में बारिश की भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं। भारत ने यहां पिछले तीनों टेस्ट ड्रॉ ही खेले हैं। 2014 में बैटिंग पिच के कारण, 2018 में बारिश के कारण और 2021 में अपने विकेट ज्यादा गिर जाने के कारण टीम को मैच ड्रॉ कराना पड़ा था। सिडनी में भारत के विकेटकीपर ऋषभ पंत एक सेंचुरी और एक फिफ्टी लगाकर 2 टेस्ट में 292 रन बना चुके हैं। विराट के नाम यहां 49.60 की औसत से 248 रन हैं, वह भी सिडनी में एक सेंचुरी लगा चुके हैं।

Author

  • गोपाल शुक्ल - दायित्व मीडिया

    जुर्म, गुनाह, वारदात और हादसों की ख़बरों को फुरसत से चीड़-फाड़ करना मेरी अब आदत का हिस्सा है। खबर का पोस्टमॉर्टम करने का शौक भी है और रिसर्च करना मेरी फितरत। खबरों की दुनिया में उठना बैठना तो पिछले 34 सालों से चल रहा है। अखबार की पत्रकारिता करता था तो दैनिक जागरण और अमर उजाला से जुड़ा। जब टीवी की पत्रकारिता में आया तो आजतक यानी सबसे तेज चैनल से अपनी इस नई पारी को शुरु किया। फिर टीवी चैनलों में घूमने का एक छोटा सा सिलसिला बना। आजतक के बाद ज़ी न्यूज, उसके बाद फिर आजतक, वहां से नेटवर्क 18 और फिर वहां से लौटकर आजतक लौटा। कानपुर की पैदाइश और लखनऊ की परवरिश की वजह से फितरतन थोड़ा बेबाक और बेलौस भी हूं। खेल से पत्रकारिता का सिलसिला शुरू हुआ था लेकिन अब तमाम विषयों को छूना और फिर उस पर खबर लिखना शौक बन चुका है। मौजूदा वक्त में DAYITVA के सफर पर हूं बतौर Editor एक जिम्मेदारी का अहसास है।

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