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पारंपरिक रूप से गोदना भारतीय संस्कृति का एक हिस्सा है। इससे न सिर्फ कला का विस्तार होता है, बल्कि ये विश्वासों और परंपराओं का प्रतीक भी है। कई जनजातियों में ये कई शताब्दियों से प्रचलित है। इससे वह अपनी संस्कृतियों के परस्पर जुड़ाव और विविधता को दर्शाते हैं। ये आज भी उनकी चिकित्सा और धार्मिक अनुष्ठानों का हिस्सा है। हालांकि, समय बदला और ये कला भी इसके साथ बदल गई। इन दिनों गोदना टैटू बनकर और पश्चिमी संस्कृति का रूप ले लिया है। युवा इसे फैशन स्टेटमेंट के रूप में शरीर पर बनवा रहे हैं। शरीर पर टैटू गुदवाना आजकल फैशन का एक अहम हिस्सा बन गया है। हालांकि, पारंपरिक रूप से गोदना से अलग टैटू में कई केमिकल का उपयोग किया जाता है जो सेहत के लिए खतरनाक भी हैं। हाल फिलहाल में कई ऐसे मामले सामने आए हैं। आइये इस बारे में विस्तार से जानें।
युवाओं में टैटू गुदवाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि टैटू गुदवाना आपके स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक हो सकता है? गाजियाबाद और बनारस में कई ऐसे मामले सामने आए हैं। कई अध्ययन और डॉक्टरों का कहना भी है कि अगर लापरवाही से टैटू बनवाया गया तो इससे HIV और कैंसर जैसे मामले सामने आ सकते हैं।
हाल में सामने आए मामले
– बनारस जिला अस्पताल में पिछले आठ माह यानी अप्रैल से नवंबर के आंकड़ों पर गौर करें तो 196 लोग HIV पॉजिटिव मिले हैं। इसमें से 120 लोगों की उम्र 20 से 40 साल है। अस्पताल की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 4 साल में 954 लोगों की रिपोर्ट HIV पॉजिटिव आई है।
– गाजियाबाद जिला अस्पताल में पिछले 4 साल में डिलीवरी के लिए पहुंचीं महिलाओं में से 68 महिलाएं HIV संक्रमित पाई गई हैं। सबसे बड़ी बात की इलाज के दौरान 20 महिलाओं ने बताया कि उन्होंने सड़क किनारे टैटू बनवाए थे।
डॉक्टर करते हैं आगाह
आज के मॉर्डन दौर में टैटू का क्रेज काफी ज्यादा है। लोग कूल बनने के लिए शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर टैटू बनवा रहे हैं। इसमें कोई बुराई भी नहीं है, लेकिन इसके लिए सावधानी ज्यादा जरूरी है। क्योंकि, ये न सिर्फ HIV बल्कि, कैंसर जैसे खतरनाक बीमारियों का कारण हो सकता है। देश का दिल दिल्ली हो या फिर उत्तर प्रदेश का पूर्वांचल हो या मध्य प्रदेश के इंदौर-भोपाल हर जगह ऐसे मामले आए हैं। इसके बाद डॉक्टरों ने लोगों को आगाह भी किया है।
HIV से AIDS का खतरा
अमर उजाला से बात करते हुए गाजियाबाद की पैथोलॉजिस्ट डॉ शेफाली अग्रवाल और काउंसलर उमा सिंह ने बताया कि टैटू के लिए अलग सुई का उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि मार्डन और बेहतरीन जगहों से टैटू बनवाने से 0.3 प्रतिशत संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। हालांकि, अगर टैटू सड़क किनारे से बनवाए गए तो इसका खतरा बढ़ सकता है। इसलिए सतर्कता जरूरी है।
कैंसर का भी खतरा
कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल, इंदौर की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. शीना कपूर ने दैनिक भास्कर को बताया कि लोग किसी सड़क छाप आर्टिस्ट से टैटू बनवा लेते हैं। ऐसे आर्टिस्ट एक ही सुई से कई लोगों को टैटू बना देते हैं। इससे HIV का संक्रमण हो सकता है। हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक कुछ टैटू इंक में Azo केमिकल कंपाउंड उपयोग होता है। इसके उपयोग से कैंसर हो सकता है। टैटू के लाल इंक से ऑस्ट्रेलिया में चूहों पर ऐसी स्टडी की गई है।
एलर्जी का खतरा
नोएडा के राजकीय आयुर्वेद विज्ञान संस्थान (जिम्स) ने कुछ समय पहले एक स्टडी की थी। इसमें पाया कि टैटू गुदवाने से स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती है। इसके पीछे का कारण कई टैटू स्टूडियो में एक ही सुई का बार-बार इस्तेमाल करना, स्वच्छता का पूरा ध्यान नहीं रखना, गंदे उपकरणों और असुरक्षित परिस्थितियों में टैटू बनाना, स्याही में हानिकारक रसायन का उपयोग शामिल है। इसी लापरवाही से HIV, हेपेटाइटिस बी और सी के साथ ही एलर्जी का खतरा भी हो सकता है।
आप क्या कर सकते हैं?
लाइसेंस प्राप्त स्टूडियो चुनें: हमेशा एक लाइसेंस प्राप्त और स्वच्छ टैटू स्टूडियो चुनें
सुई और उपकरणों की जांच करें: सुनिश्चित करें कि इस्तेमाल की जाने वाली सुई और उपकरण नए और स्टरलाइज्ड हों
स्याही की गुणवत्ता: स्याही की गुणवत्ता के बारे में पूछें और यह सुनिश्चित करें कि यह सुरक्षित हो
संक्रमण के लक्षणों पर ध्यान दें: यदि टैटू गुदवाने के बाद आपको किसी भी तरह का संक्रमण होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
इन्हें टैटू बनवाने से बचना चाहिए
डायबिटीज या किसी तरह की गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग जो हर रोज दवा लेते हैं। उनको टैटू बनवाने से परहेज करना चाहिए। इसके साथ ही 18 साल से कम उम्र के लोगों, गर्भवती महिलाओं, बॉडी एलर्जिक मरीज, डर्मेटाइटिस, एक्जिमा, सोरायसिस जैसी स्किन समस्याओं से जूझ रहे लोगों को टैटू बनवाने से बचना चाहिए। इतना ही नहीं इम्यूनिटी कमजोर होने और धूप या किसी कंस्ट्रक्शन साइट काम करने वालों को भी टैटू नहीं बनवाना चाहिए।
टैटू गुदवाने से पहले सावधानी बरतें
टैटू से HIV या अन्य कोई बीमारी होगी या नहीं इसे लेकर पुख्ता दावा किसी संस्था ने नहीं किया है। हालांकि सामने आए आंकड़ों से ये साफ है कि जिनको भी संक्रमण हुआ है उन्होंने लापरवाही से टैटू बनवाए थे। इस कारण टैटू गुदवाने से पहले जोखिमों के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है। अगर आप टैटू गुदवाना चाहते हैं, तो एक विश्वसनीय स्टूडियो चुनें और सभी आवश्यक सावधानियां बरतें और किसी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर से मिलें।