जबरन नहीं जरूरी था बाल विवाह! इस नेक इरादे से बनाई गई थी प्रथा, अब अपराध है और सजा भी – श्याम दत्त चतुर्वेदी: प्यारी सी सूरत, नन्हें कदम और कोमल हाथ, जिसकी चहलकदमी से आगन खुशियों से चहक जाए Dayitva Media / 8 months
एक आईएएस अधिकारी ने ढूंढ़ निकाली बच्चों के कुपोषण से लड़ने की चमत्कारी मशीन, दायित्व निभाया तो हो गया आसमान में सुराख – गोपाल शुक्ल: कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो। करीब गोपाल शुक्ल / 8 months
हिन्दी चीनी भाई-भाई का जुमला फिर से होगा बुलंद? भारत और चीन के बीच विवादों की पूरी तस्वीर – गोपाल शुक्ल: जमाने पहले एक पिक्चर आई थी। नाम था हकीकत। भारत और चीन के बीच हुए युद्ध की गोपाल शुक्ल / 8 months
भारतीय नौसेना दिवस पर विशेष: 1971 का ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ जब सात दिनों तक जलता रहा था कराची पोर्ट, इंदिरा गांधी ने एडमिरल नंदा को दिया था ऐसे ग्रीन सिग्नल – गोपाल शुक्ल: Happy India Navy Day 2024 Wishes- भारत की तीनों सेनाएं थल, वायु और जल सेना देश की गोपाल शुक्ल / 8 months
‘तीन बच्चे पैदा करें’, नहीं माने RSS चीफ की राय तो गहरा जाएगा संकट; UN की रिपोर्ट से समझें आबादी का अंकगणित – श्यामदत्त चतुर्वेदी: ‘दो बच्चे हैं मीठी खीर, उससे ज्यादा बवासीर’ पंचायत वेब सीरीज का यह डायलॉग सुनकर आज भी श्यामदत्त चतुर्वेदी / 8 months
तेलंगाना के इस गांव में प्लास्टिक की है नो एंट्री, जीवन और जमीन के लिए सचमुच जहर है ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ – गोपाल शुक्ल: कुछ अरसा पहले एक फिल्म आई थी। नाम था मिशन मंगल। इसरो के वैज्ञानिकों की एक टीम गोपाल शुक्ल / 8 months
लाइक और फॉलोअर्स के चक्कर में बर्बाद होता बचपन, ऑस्ट्रेलिया में अब बच्चे नहीं कर पाएंगे सोशल मीडिया का इस्तेमाल, भारत में छिड़ी बहस – गोपाल शुक्ल आज की डिजिटल दुनिया में बच्चे कम उम्र में ही इंटरनेट का इस्तेमाल करना शुरू कर दे गोपाल शुक्ल / 8 months
वर्शिप एक्ट vs वक्फ एक्ट: हिंदू के हाथ बंधे, मुस्लिमों को छूट; क्यों है विरोधाभास? – श्यामदत्त चतुर्वेदी: एक बार की बात है…, एक छोटे से गांव में हिंदू और मुस्लिम एक-दूसरे के साथ मिलजुलकर श्यामदत्त चतुर्वेदी / 8 months
ट्रैफिक का बायोलॉजिकल समाधान: चींटियों की चाल से इंसानों को मिलेगा रास्ता – गोपाल शुक्ल: हिन्दुस्तान के भीतर शहर कोई भी हो, हमें तो घर से निकलते ही कुछ दूर चलते ही, गोपाल शुक्ल / 8 months
ये दायित्व निभाओगे तभी मिलेगी साफ हवा और पूरी सांस, कोपेनहेगेन से ये दस बातें सीखने की जरूरत – गोपाल शुक्ल: देश की राजधानी दिल्ली एक गैस चैंबर में बदल चुकी है। जहरीली होती हवा की वजह से गोपाल शुक्ल / 8 months