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– श्यामदत्त चतुर्वेदी
महाराष्ट्र में किसकी सरकार बनेगी और कौन बनेगा महाराष्ट्र का मुख्य मंत्री अब ये सवाल जनता के फैसले के साथ मशीनों में कैद हो चुका है। विधानसभा के लिए हुए इस महामुकाबले में 288 सीटों के लिए जनता ने अपना मतदान किया है। मतदान का समय सुबह 7 से शाम 6 बजे तक रहा। महाराष्ट्र की जनता ने किसे चुना और किसे नहीं इस बात का फैसला अब 23 नवंबर को सबके सामने आएगा। राज्य में कुल 9.63 करोड़ मतदाता हैं। लेकिन चुनाव आयोग की तरफ से जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक शाम पांच बजे तक 60 फीसदी से ज्यादा लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
तीन दिन में सरकार बनाने की चुनौती
मतदान के बाद अब इस बात की चर्चा जोर हो गई कि आखिर राज्य में किसकी सरकार बनेगी। किस गठबंधन को जनता ने सिर माथे पर बिठाया और किसकी बातों को जनता ने नकार दिया। मगर मतदान के बाद अब महाराष्ट्र का चुनाव बेहद दिलचस्प मोड़ पर जाकर खड़ा हो गया है। क्योंकि चुनाव के नतीजे आने के बाद महज तीन दिनों के भीतर ही सरकार का गठन किया जाना है। ऐसे में जीतने वाले दल के सामने तीन दिन के भीतर सरकार गठन करने की जबरदस्त चुनौती होगी।
नतीजे के बाद भी होगी सीटों की चर्चा
क्योंकि, वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है। साल 2024 के परिणाम और उसके बाद सरकार बनाने की प्रक्रिया काफी अहम होने वाली है। इस बार 2019 के मुकाबले प्रदेश की सियासत में काफी कुछ बदल गया है। ऐसे में नतीजा और सरकार बनने के बाद भी कुछ नेताओं के साथ कुछ सीटें हमेशा चर्चा में रहने वाली है। आइये जानें उन सीटों और नेताओं के बारे में जिनकी चर्चा प्रदेश के सियासी इतिहास में होती रहेगी।
कई सीटों पर बेहद रोचक मुकाबले
बता दें साल 2019 में हुए चुनावों में NDA और UPA (वर्तमान का इंडी गठबंधन) बीच मुकाबला था। हालांकि, बीजेपी और शिवसेना में बात न बनने के कारण इस कार्यकाल ने प्रदेश को 3 मुख्यमंत्री मिले। शिवसेना और NCP दो धड़ों में बंट गई है। इस बार मुकाबला महायुति और महा विकास आघाडी के बीच हो रहा है। इसी कारण कई सीटें पहले के मुकाबले बेहद रोचक हो गई हैं। आइए विस्तार से जानें…
प्रदेश की VIP सीटें
1. नागपुर दक्षिण पश्चिम- देवेंद्र फडणवीस (बीजेपी) VS प्रफुल्ल गुडाधे-पाटिल (कांग्रेस)
2. कामठी(विदर्भ)- चंद्रशेखर बावनकुले (बीजेपी) VS सुरेश भोयर (कांग्रेस)
3. कणकवली- नितेश नारायण राणे (बीजेपी) VS संदेश पारकर (शिवसेना ठाकरे गुट)
4. साकोली – नाना फाल्गुनराव पटोले (कांग्रेस) VS अविनाश ब्राह्मणकर (बीजेपी)
5. कराड साउथ- पृथ्वीराज चव्हाण (कांग्रेस) VS अतुल भोसले (बीजेपी)
6. कोपरी पाचपाखाडी- एकनाथ शिंदे (शिवसेना) VS केदार दिघे (शिवसेना ठाकरे गुट)
7. दिंडोशी (मुंबई)- संजय निरुपम (शिवसेना) VS सुनील प्रभु (शिवसेना ठाकरे गुट)
8. कुडाल (सिंधुदुर्ग)- निलेश नारायण राणे (शिवसेना) VS वैभव नाईक (शिवसेना ठाकरे गुट)
9. वरली- आदित्य ठाकरे (शिवसेना ठाकरे गुट) VS मिलिंद देवरा (शिवसेना), संदीप देशपांडे (MNS)
10. येवला – छगन भुजबल (NCP) VS माणिकराव शिंदे (NCP शरद पवार)
11. बारामती- अजित पवार (NCP) VS युजेंद्र पवार (NCP शरद पवार)
12. कर्जत जामखेड- रोहित पवार (NCP शरद पवार) VS राम शिंदे (बीजेपी)
13. माहिम- अमित ठाकरे (MNS) VS सदा सरवणकर (शिवसेना) VS महेश सावंत (शिवसेना ठाकरे गुट)
14. धारावी- ज्योति गायकवाड (कांग्रेस) Vs राजेश (शिवसेना)
15. बांद्रा पश्चिम- आशीष शेलार (बीजेपी मुंबई अध्यक्ष) VS राजेश शर्मा (कांग्रेस)
16. मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा- नवाब मलिक (NCP) VS सुरेश पाटिल (शिवसेना) VS अबू आजमी (समाजवादी)
17- लातूर शहर- अमित देशमुख (कांग्रेस) VS अर्चना पाटिल (बीजेपी)
18- अणुशक्ति नगर- सना मलिक (NCP) VS फहाद अहमद (NCP शरद पवार)
19- बांद्रा पूर्व- जीशान सिद्दीकी (NCP) VS वरुण सरदेसाई (शिवसेना ठाकरे गुट)
20- मुंबादेवी- शाइना एनसी (शिवसेना) VS अमीन पटेल (कांग्रेस)
इन सीटों पर ताक पर रिश्ते नाते
– ठाणे जिले की कोपरी पाचपाखाडी से मुकाबला शिवसेना वर्सेज शिवसेना ही रहा। इतना ही नहीं यहां से एक खास नाता भी दांव पर लगा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सामने यहां से उनके राजनीतिक गुरु आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे मैदान में है। उनको ठाकरे गुट ने टिकट दिया है।
– बारामती से मुकाबला दिलचस्प रहा। यहां NCP वर्सेज NCP की लड़ाई में चाचा-भतीजे आमने-सामने आ गए। शरद पवार के गढ़ में डिप्टी CM अजित के सामने चुनौती रही। क्योंकि, यहां से उनके बड़े भाई श्रीनिवास पवार के बेटे युगेंद्र पवार शरद गुट की NCP से मैदान में है। इससे पहले लोकसभा चुनाव में भी अजित की पत्नी के सामने उनकी बहन सुप्रिया थीं और जनता ने सुप्रिया को ही चुना।
– दिंडोशी से शिवसेना बनाम शिवसेना का मुकाबला रहा। शिंदे गुट की शिवसेना ने संजय निरुपम को यहां से मैदान में उतारा। वहीं उनके सामने दो बार से शिवसेना (अविभाजित) विधायक सुनील प्रभु शिवसेना (ठाकरे गुट) की टिकट पर मोर्चा संभाला।
– नाशिक की येवला सीट पर NCP का मुकाबला NCP से ही हुआ। यहां से छगन भुजबल अजित गुट की NCP की तरफ से जनता के पास पहुंचे। वहीं उनके खिलाफ शरद पवार गुट ने माणिकराव शिंदे को मुकाबला करने के लिए भेजा था।
महायुति के दो उम्मीदवार
मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट इन चुनावों में काफी चर्चा में रही। क्योंकि, इंडिया गठबंधन दलों से अपने अलग-अलग प्रत्याशी उतारना काफी आम है। लेकिन यहां NDA यानी महाराष्ट्र की महायुति में ही भेद हो गया है। यहां नवाब मलिक, अजित गुट की NCP से चुनाव लड़े। मामला इसलिए दिलचस्प हो गया क्योंकि भाजपा ने मलिक के विरोध में शिवसेना के सुरेश पाटिल का समर्थन किया था।
मशीनों में कैद हो गया नेताओं का भविष्य
महाराष्ट्र की जनता ने रोचक मुकाबलों के बीच अपने मताधिकार का उपयोग करते हुए अपने नेताओं को चुन लिया है। अब जनता का फैसला 23 तारीख को सबके सामने आएगा। उसी रोज देखने लायक होगा कि 2019 के बाद बदली महाराष्ट्र की सियासी महाभारत के क्या परिणाम होते हैं।