छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद का गुनहगार कौन? खिलजी से लेकर कांग्रेस तक का काला इतिहास!
बात बस्तर के घने जंगलों की है। साल 1966, जंगल के भीतर बने राज महल की छत पर कई आदिवासी तीर कमान लेकर राजा की सुरक्षा में तैनात थे। राजा प्रजा से मिलने की तैयारी में थे। अचानक गोलियों की आवाज आई और ताबड़तोड़ फायरिंग हो गई। महल गोलियों की आवाज से गूंज उठा। एक […]