अपने-अपने रंग: बाबा साहेब के ‘नीला’ अपनाने के पीछे थी ये खास वजह, जानें कैसे बना दलितों का रंग
श्यामदत्त चतुर्वेदी: हम अगर अपने बचपन को याद करें तो पायेंगे कि एक ऐसा लम्हा भी होता था जब हल्की खिली धूप के बीच पानी की कुछ बूंदे टपकती थीं और आसमान में एक इंद्रधनुष दिखाई पड़ने लगता था। बच्चे उस इंद्रधनुष को देखकर बेहद खुश हो जाते हैं। मजे की बात ये है कि […]