कानून की बेड़ियों में जकड़े पुरुष मौत को लगा रहे हैं गले, क्यों आत्महत्या पर मजबूर हो जाता है कोई अतुल? आंकड़े विचलित कर देंगे आपको
– श्यामदत्त चतुर्वेदी: जिंदगी…कितना आनंद और मौज है इसमें। हां, कुछ जिम्मेदारियां भी हैं जो जीने के लिए भी आपको कारण देते हैं। हर किसी के पास कोई अपना तो होता है जो उसे सहारा देता है। इसके बाद क्या हो जाता है जब कोई इंसान अपनी जिंदगी को ही खत्म कर देता है। कोई […]