जान पर भारी टैटू! गाजियाबाद से बनारस तक हड़कंप, भोपाल-इंदौर अछूते नहीं, HIV कैंसर का खतरा; क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
पारंपरिक रूप से गोदना भारतीय संस्कृति का एक हिस्सा है। इससे न सिर्फ कला का विस्तार होता है, बल्कि ये विश्वासों और परंपराओं का प्रतीक भी है। कई जनजातियों में ये कई शताब्दियों से प्रचलित है। इससे वह अपनी संस्कृतियों के परस्पर जुड़ाव और विविधता को दर्शाते हैं। ये आज भी उनकी चिकित्सा और धार्मिक […]